Friday 9 December 2016

प्रेम के नाम पर धार्मिक जाल

ये लेख लिखने से पहले मैंने अपने मन के अन्दर उठ रहे कुछ प्रश्नों उत्तर जानना चाहा. कहीं में प्रेम का विरोधी तो नहीं? कहीं में किसी धार्मिक पूर्वाग्रह का शिकार तो नहीं? या यह कि आखिर प्रेम के नाम पर ये भावनात्मक और सामाजिक छल कब तक चलेगा, प्रेम में लड़का अपना धर्म क्यों नहीं बदलता? इसके बाद मैंने इन प्रश्नों को धार्मिक, सामाजिक और मानवीय नजरिये से देखा तो तीनों के अलग-अलग उत्तर खड़े दिखाई दिए. बरहाल यहाँ प्रसंग प्रेम का है तो हालाँकि मुझे किसी की निजता में दखलंदाजी में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है. खबर है कि यूपीएससी सिविल सर्विसेज 2015 की टॉपर टीना डाबी ने अतहर आमिल-उल खान के शादी करने का फैसला किया है. लेकिन इस जोड़े की शादी से हिंदू महासभा नाम का संगठन खुश नहीं. संस्था ने इसे लव जिहादका मामला बताते हुए डाबी के पिता को पत्र लिखा है. लेकिन जबाब में टीना ने लिखा है, ”खुले विचारों वाली किसी भी स्वतंत्र महिला की तरह मुझे भी कुछ चुनने का हक है. मैं अपनी च्‍वॉइस से बेहद खुश हूं और आमिर भी. हमारे माता-पिता भी खुश हैं. चलो अच्छी बात है दोनों पढ़े लिखे है टीना के लिए अपना धर्म भले ही आज मायने न रखता हो लेकिन इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि अतहर के लिए उसका इस्लाम मायने रखता है टीना अतहर के लिए मुस्लिम बन सकती है पर क्या अतहर टीना के लिए हिन्दू बनेगा? शायद नहीं आज वो भले ही कहता हो धर्म कोई मायने नहीं रखता लेकिन क्या वो टीना के लिए अपना धर्म छोड़ देगा? शायद नहीं और जब इनके बच्चें पैदा होंगे तो उनके नाम भारतीय नहीं बल्कि बाप की तरह ही अरबी भाषा में ही सुनाई देंगे.

वैसे तो कामकाजी और उच्च वर्ग में शादी के कोई मायने नहीं होते. आज एक कलाकार किसी से शादी करता है तो उस शादी का कल तक का भी भरोषा नहीं होता कभी संगीता बिजलानी ने भी टीना डाबी की तरह ही अजहरुद्दीन से अपने प्यार को बहुत ईमानदारी से निभाया. जबकि उन्हें पहले से जानकारी थी की अजहरुद्दीन शादीशुदा और दो बच्चों का बाप है इन सबके बावजूद उस शादी की नतीजा संगीता का योवन ढलान की ओर चला तो रिश्ता तलाक की ओर. सैफ अली खान को भी कभी अतहर की तरह अमृता की मुस्कान बहुत पसंद थी दोनों के दो बच्चें हुए जब तक अमृता जवान रही रिश्ता रहा उसके बाद सैफ का मन करीना कपूर पर आ गया अमृता को तलाक दे दिया आज लड़की सारा और बेटा अब्राहम का बाप सैफ अली है और माँ अमृता का जीवन अंधकार में क्योंकि आज वो जवान नहीं है. रीना दत्ता ने भी कभी इन्ही सपनों के साथ आमिर खान का हाथ थामा था उसे भी लगा था धर्म और संस्कार सब खोखली बातें है शादी हुई रीना दत्ता का यौवन जहाँ जरा सा ढला आमिर ने तलाक देकर अपने से 8 साल छोटी किरण राव से शादी कर ली कुछ समय पहले गौरी से शादी करने के बाद शाहरुख खान ने कहा था मैंने शादीशदुा और एंगेज्ड महिलाओं से प्यार करने को अपनी कला और पेशा बना लिया है. मैं उनका पीछा करता हूं. वो कहीं भी हों मैं उन्हें हासिल कर ही लेता हूं.

पायल नाथ ने भी यही सोचकर उमर अब्दुल्ला से शादी की थी उस समय पायल को कोई पछतावा नहीं हुआ था. वो इस नए बदलाव के लिए तैयार थी और जल्द ही अपना नया घर बसाने में व्यस्त हो गयी समय ने भी उड़ान भरी उमर अब्दुल्ला ने पायल नाथ से, बच्चे भी पैदा किये और तलाक दे दिया. वह आज रहने के लिए दर-दर भटक रही है. दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की बेटी लतिका ने 1996 में सैयद मोहम्मद इमरान से शादी की थी. नतीजा इमरान ने लतिका पर जुल्म ढाने शुरू कर दिए और यहां तक जान तक लेने की कोशिश की जैसा की कोर्ट में आरोप है. असम की कांग्रेस विधायक रूमी नाथ ने जुलाई 2012 में अपने पहले पति डॉ. राकेश कुमार सिंह को तलाक देकर समाज कल्याण विभाग में लोअर डिविजन असिस्टेंट के पद पर तैनात जाकिर से शादी कर ली. आज रूमी के शरीर पर कई जगहों पर चोट और जले के निशान हैं. रूमी का आरोप है कि पैसों की जरूरत पूरी नहीं कर पाने की वजह से जाकिर उन्हें अक्सर पीटता रहता था. पिछले दिनों ही नेशनल शूटर तारा सहदेव के आंसू सबने मीडिया के सामने देखे थे वो किस तरह अपने पति रकीबुल हसन खान की प्रताड़ना के किस्से सुना रही थी. जिसने उसे रंजीत कोहली बनकर शादी की और मुस्लिम बना दिया और अंत में तलाक हुआ


बेशक प्रेम के शुरुवाती दिनों में एक गैर मुस्लिम लड़की के लिए नमाज पढ़ना कबूल हो, बुर्का कबूल हो, ईद रमजान कबूल हो पर अपनी बेटी की शादी उसकी बुआ के लड़के से कबूल नहीं कर पाए और फिर इस स्वतन्त्रता के जीवन में एक बात जरुर याद आये खून का रंग सबका एक होता है पर सोच और संस्कार अलग होते है.
दरअसल टीना कोई परिवर्तन के नए युग की शुरुआत नहीं कर रही है. वो बस इस सब का हिस्सा बनने जा रही है. जिसमे इससे पहले बहुतों ने यह परिवर्तन और अपनी स्वतंत्रता में जी कर देख लिया हाल ही में सुना है कि अरबाज खान मलाइका अरोड़ा का 14 साल के बाद तलाक हो गया. लेकिन यह तलाक एक सवाल लेकर खड़ा हो गया कि इन दोनों का बेटा है 14 साल का एक बेटा है अरहान खान उसका मजहब क्या रहेगा? इतिहास गवाह है हर एक प्रेम की शुरुवात चिडिया की चहक की तरह स्वतंत्रा से होती है. लेकिन कई बार अंत गुमनाम और खामोशी के साथ होता है. टीना डाबी आज एक अधिकारी है वो शादी में स्वतंत्रता आदि की बात कर सकती उसके लिए आज परम्पराएँ और धर्म जैसी जीवन शैली कोई मायने नहीं रखती कल अतहर 3 या चार बच्चें पैदा कर उसे तलाक भी दे दे तो भी वो परवरिश कर सकती है अपना जीवन गुजार सकती है लेकिन जब यही काम एक बेरोजगार निम्न या मध्यम वर्ग की लड़की यही चाहत यही सपने लेकर करती है और बाद में उसे तलाक मिलता है तो वो क्या करें? दर-दर ठोकरे या शायद उसके या तो भीख या वेश्यावृति दो ही रास्ते बचते है...राजीव चौधरी 

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